आईएएस अधिकारी के. राजेश के आवास पर सीबीआई ने की छापेमारी
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
अहमदाबाद : गुजरात कैडर के 2011 बैच के आईएएस अधिकारी के. राजेश के आवास पर सीबीआई की टीम ने छापेमारी की है। मूल रूप से आंध्र प्रदेश के रहने वाले आईएएस के आवास पर छापेमारी को लेकर गांधीनगर में हड़कंप मच गया है। राजेश पर कथित भूमि घोटाला, बंदूक लाइसेंस मामले में रिश्वतखोरी का आरोप है। इस आईएएस अधिकारी के खिलाफ दिल्ली सीबीआई में एफआईआर दर्ज की गई थी। जिसके तहत गांधीनगर, सूरत, सुरेंद्रनगर में कार्रवाई की गई। उनके गृह राज्य आंध्र प्रदेश के आवास पर भी छापेमारी की गई है।
राजेश वर्तमान में सामान्य प्रशासन विभाग में संयुक्त सचिव के पद पर कार्यरत हैं। जांच एजेंसी की दिल्ली इकाई ने अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है। आईएएस अधिकारी पर छापेमारी के बाद बड़ा खुलासा हुआ है। सीबीआई ने आईएएस अधिकारी के सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया है। सीबीआई ने रफीक मेमन नाम के शख्स को सूरत से गिरफ्तार किया है, जो राजेश का सहयोगी है। राजेश पर बड़े पैमाने पर रिश्वत लेने का आरोप लगा है, जिसमें रफीक मेमन बिचौलिए की भूमिका निभाता था।
सीबीआई ने गांधीनगर के अलावा सूरत में भी छापेमारी की है, रफीक मेमन के घर पर सीबीआई ने छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। इसके अलावा सीबीआई ने आंध्र प्रदेश के राजमुंदरी में भी छापेमारी की है, राजेश का आवास राजमुंदरी में है। गुजरात कैडर के 2011 बैच के आईएएस अधिकारी के. राजेश पर सुरेंद्रनगर में जमीन के सौदे का भी आरोप लगा था। जहां कुछ लोगों ने सरकारी जमीन पर कथित तौर पर कब्जा कर लिया था, सीबीआई को शिकायत मिली थी कि जब के राजेश सुरेंद्रनगर जिले के कलेक्टर थे, राजेश ने कथित तौर पर भूमि सौदों और अपात्र व्यक्तियों को हथियार लाइसेंस मंजूर करने में रिश्वत ली थी। जिला कलेक्टर रहते हुए उन्होंने अपनी शक्ति का दुरूपयोग कर अनुमानित 500 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार किया है।
(जी.एन.एस)